महँगी होती प्रॉपर्टी और परिणामस्वरूप छोटे होते भूखंडों के कारण वर्तमान में भवन निर्माण के स्वरुप में कई बदलाव आये है | उनमे से एक महत्वपूर्ण बदलाव है भवनों में तहखानों का यानि की बेसमेंट का निर्माण | स्थान की कमी के चलते अक्सर लोग ग्राउंड फ्लोर के ऊपर भी मंजिलो का निर्माण करते है जिसमे कोई समस्या नहीं है|
हालाँकि जब कम जगह की भरपाई ग्राउंड फ्लोर के नीचे बेसमेंट बनाकर की जाती है तब थोड़ी विशेष सावधानी रखनी होती है और खासकर कि अगर बेसमेंट किसी आवासीय भवन में बनाना हो | क्योंकि वास्तु में किसी भी आवासीय भवन के नीचे किसी प्रकार का खाली स्थान का निर्माण बहुत शुभ नहीं होता है |
इसलिए हमारी सलाह होगी की घरों में बेसमेंट केवल तभी बनाये जब यह अति आवश्यक हो | फिर भी अगर आप इस तरह का निर्माण अपने घर में कराना चाहते है तो वास्तु के कुछ महत्वपूर्ण सिद्धांतों को लागू करके ही ऐसा करे | तो आइये जानते है कि बेसमेंट बनाने के लिए वास्तु शास्त्र के सिद्धांत क्या कहते है |
वास्तु के अनुसार बेसमेंट बनाते वक्त निम्न सिद्धांतों का पालन करे –
1- उत्तर दिशा में बेसमेंट का निर्माण किया जा सकता है |
2- बेसमेंट बनाने के लिए उत्तर-पूर्व दिशा भी एक विकल्प है |
3- किसी एक दिशा में गड्ढा ना हो इसलिए आप सम्पूर्ण ग्राउंड फ्लोर जितने ही हिस्से पर बेसमेंट का निर्माण कर सकते है |
4- बेसमेंट का उपयोग किसी प्रकार के स्टोरेज या सामान रखने के लिए ही करे |
5- बेसमेंट को या तो वर्गाकार या फिर आयताकार बनाये |
6- इसका प्रवेश द्वार उत्तर या पूर्व में रखे |
7- भारी सामान सदैव नैऋत्य कोण, दक्षिण दिशा या पश्चिम में ही रखे |
8- बेसमेंट की छत कम से कम 9 फीट ऊँची रखे |
9- बेसमेंट की छत को भूतल से कम से कम 3 फीट ऊँचा रखे |
10- प्राकृतिक रोशनी और हवा के लिए रोशनदान की विशेष तौर पर व्यवस्था करे |
11- इसमें भले ही आप निवास ना करे लेकिन इसे सदैव साफ़ सुथरा रखे |
बेसमेंट बनाते वक्त कुछ सावधानियां रखे जो कि इस प्रकार है –
1- दक्षिण व पश्चिम दिशा भारी होना चाहिए अतः यहाँ पर बेसमेंट का निर्माण निषिद्ध है |
2- बेसमेंट का निर्माण नैऋत्य कोण में नहीं करे |
3- भूखंड छोटा होने पर बेसमेंट का कोई हिस्सा ब्रह्मस्थान में ना आये इसके लिए विशेष सावधानी बरतें |
4- दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम में इसका प्रवेश द्वार रखना अनुचित होगा |
5- रहने, सोने, पढने या अन्य किसी गतिविधि के लिए इसका उपयोग ना करे |
6- बेसमेंट की उत्तर और पूर्व दिशा में किसी भी तरह का भारी सामान नहीं रखे |
7- इसे कचरा या कबाड़ रखने के काम में ना ले |
8- तहखाने को लम्बे समय तक बंद ना रखे