गौरतलब है कि भारत की भूमि ने प्राचीनकाल में अनेक रहस्यमयी और गुह्य विज्ञानों को जन्म दिया है | चूँकि ये सभी प्राचीनकालीन विज्ञान और इनके सिद्धांत सृष्टि के प्राकृतिक नियमों पर आधारित है अतः ये सार्वभौमिक है जिनका पालन किसी भी धर्म, जाति या प्रदेश के लोगों द्वारा किया जा सकता है | भवन निर्माण का विज्ञान वास्तु शास्त्र भी इन्ही में से एक है |
वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करके एक सुखी और वैभवपूर्ण जीवन को संभव बनाया जा सकता है | हालाँकि अगर आपका घर या निवास स्थान वास्तु दोष से युक्त हो तो उससे कई प्रकार के नकारात्मक प्रभाव पड़ते है जैसे कि –
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आर्थिक परेशानियाँ, व्यापारिक घाटा
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निराशाजनक करियर, निरंतर असफलताएं मिलना
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स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं, दीर्घकालीन रोग, दुर्घटनाएं
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पारिवारिक झगडे, तलाक, नकारात्मक माहौल
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मानसिक तनाव, अवसाद या डिप्रेशन, अनिद्रा, घबराहट इत्यादि
गलत वास्तु से निर्मित घर के चलते उत्पन्न ये सभी अशुभ प्रभाव व्यक्ति की जिंदगी को संघर्षपूर्ण बना देते है | इन प्रभावों से बचने के लिए व शुभ परिणामों की प्राप्ति के लिए वास्तु दोषों का निवारण और वास्तु सम्मत घर का निर्माण आवश्यक हो जाता है |
सृष्टि में मौजूद उर्जाओं के सामंजस्य से निर्मित एक वास्तु सम्मत घर आश्चर्यजनक रूप से आपको लाभान्वित करेगा | क्योंकि जब घर में विद्यमान उर्जायें आपके अवचेतन मष्तिष्क (subconscious mind) का समन्वय ब्रह्माण्डीय चेतना (cosmic consciousness) के साथ स्थापित करती है तो आपका अवचेतन मस्तिष्क अशुभ विचारों के स्थान पर निरंतर सकारात्मक विचारों और घटनाओं को अपनी ओर आकर्षित करता है | भवन में विद्यामान प्राकृतिक उर्जाओं के मध्य सकारात्मक सामंजस्य स्थापित करने के लिए SecretVastu में व्यावहारिक और तार्किक समाधान प्रस्तुत किये गए है जिनका असर कुछ ही समय के भीतर नजर आने लगता है |
इस लेख में आपको आगे जानकारी दी जायेगी कि-
1- SecretVastu क्या है?
2- SecretVastu Three Step Plan & Solution
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मुख्य द्वार की डिग्री व दिशा के अनुसार उसके प्रभावों का परीक्षण
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भवन के 16 जोन्स में की जाने वाली गतिविधियों का अध्ययन
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पंचतत्वो के संतुलन की समीक्षा
3- SecretVastu की विश्वसनीयता का कारण
4- SecretVastu का चुनाव करने से आपको मिलने वाले फायदे
1- SecretVastu क्या है?
SecretVastu रहस्यमयी उर्जाओं पर आधारित प्राचीनकालीन विज्ञान ‘वास्तु शास्त्र’ का नवीन संस्करण है जो कि आधुनिक काल में आये विभिन्न परिवर्तनों (भवन निर्माण और सामाजिक) के अनुरूप ढालकर और अधिक परिष्कृत किया गया है | SecretVastu में अपनाये गए सिद्धांत प्राचीनकालीन ‘वास्तु शास्त्र’ पर आधारित है | हमारा उद्देश्य वास्तु के सिद्धांतों के जरिये आपके घर या कार्यस्थल पर सकारात्मक और शुभ उर्जा के प्रवाह को सुनिश्चित करना है |
गौरतलब है कि सम्पूर्ण सृष्टि और इसमें विद्यमान प्रत्येक प्राणी व वस्तु उर्जा के ही विभिन्न रूप है | हम जिन भवनों में निवास करते है या कार्य करते है उनमे भी उर्जाओं का निरंतर प्रवाह रहता है | वास्तु शास्त्र के अनुसार प्रत्येक भवन के निर्माण के पश्चात् उसमे 45 उर्जा क्षेत्र निर्मित हो जाते है | भवन में विद्यमान यह विभिन्न उर्जा क्षेत्र हमारी मनोदशा और भावदशा पर असर डालते है जिससे हमारे सोचने-समझने की शक्ति व हमारे विचारों पर गहरा प्रभाव पड़ता है |
SecretVastu में उर्जा के इसी प्रभाव का भवन के सम्बन्ध में अध्ययन किया जाता है और समुचित समाधान प्रस्तुत करके भवन से नकारात्मक उर्जाओं को दूर कर शुभ उर्जाओं के प्रवेश को सुनिश्चित किया जाता है | इसके लिए हम सभी 8 दिशाओं, 16 जोन्स, 32 पदों और वास्तु के अन्य विभिन्न पहलुओं का विस्तृत अध्ययन करते है | हमारा लक्ष्य इस प्रकार के भवनों के निर्माण को प्रोत्साहित करना है जोकि प्राकृतिक ब्रह्मांडीय शक्तियों के साथ संतुलन स्थापित कर सके जिससे कि उसमे निवास करने वाले व्यक्तियों को स्वास्थ्य लाभ हो, धन और वैभव मिले तथा पारिवारिक जीवन में सुख व शांति प्राप्त हो | इसके लिए हमने 3-Step SecretVastu Plan विकसित किया है |
2- SecretVastu Three Step Plan –
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मुख्य द्वार की डिग्री व दिशा के अनुसार उसके प्रभावों का परीक्षण –
यह एक ज्ञात तथ्य है कि उर्जा न तो नष्ट होती है और न ही निर्मित, यह सिर्फ रूपांतरित (Transformed) व स्थानांतरित (Transferred) होती है | जब किसी भवन का निर्माण किया जाता है तो खुले वातावरण में स्वतंत्र रूप से प्रवाहित होने वाली उर्जायें बाधित होती है |
निर्माण के पश्चात् भवन के भीतर उर्जाओं का रूपांतरण सकारात्मक होना चाहिए तभी सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त होंगे अन्यथा उर्जाओं का विकृत प्रवाह वास्तु दोष उत्पन्न करेगा | भवन के वास्तु से ही यह निर्धारित होता है कि भवन में पुनः उर्जा के स्वतंत्र और सकारात्मक प्रवाह को स्थापित किया गया है कि नहीं |
इस क्रम में सर्वप्रथम मुख्य द्वार की अवस्थिति को देखा जाता है जो कि भवन में उर्जा के प्रवेश के लिए प्रमुख स्थान होता है |
गौरतलब है कि वास्तु शास्त्र में प्रत्येक भवन को 32 पदों या भागों में विभाजित किया जाता है | यह विभाजन मुख्य द्वार की सटीक अवस्थिति जानने के लिए किया जाता है | इस विभाजन का आधार प्रत्येक पद या भाग में मुख्य द्वार के निर्माण से पड़ने वाले शुभ-अशुभ प्रभाव है |
प्रत्येक दिशा में कुछ पदों पर मुख्य द्वार का निर्माण विभिन्न प्रकार के लाभ प्रदान करता है तो वही कुछ पदों पर मुख्य द्वार का निर्माण बेहद नुकसानदायक भी सिद्ध होता है | SecretVastu में ब्रह्मांडीय उर्जाओं के लिए भवन के प्रवेश द्वार की उचित दिशा व स्थान में अवस्थिति सुनिश्चित की जाती है और इस सम्बन्ध में पहले से ही उपस्थित वास्तु दोषों का निवारण भी किया जाता है |
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भवन के 16 जोन्स में की जाने वाली गतिविधियों का अध्ययन –
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घर में स्थित मास्टर बेडरूम की अवस्थिति
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अन्य शयन कक्षों (bedrooms) की दिशाओं का परीक्षण
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किचन के लिए सही दिशा का निर्धारण
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सीढियों की अवस्थिति
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सेप्टिक टैंक व टॉयलेट की अवस्थिति
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ओवरहेड व अंडरग्राउंड वाटर टैंक की दिशा जांचना
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विभिन्न वस्तुओं का 16 जोन्स के आधार पर स्थान निर्धारण
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पंचतत्वो के संतुलन की समीक्षा –
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भवन का किसी दिशा से कटे हुए होने या विस्तार की जांच
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भूभाग पर स्थित ढलान व ऊंचाई का परीक्षण
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भवन में प्रयुक्त रंगों का उनकी दिशाओं के अनुसार अध्ययन
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वस्तुओं का उनकी प्रकृति के अनुसार उचित दिशा व स्थान में प्रयोग करवाना
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जलाशय व बगीचे की दिशा को जांचना
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दरवाजे, खिडकियों व रोशनदानों के सम्बन्ध में दिशा निर्धारण व उपाय
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भूभाग पर खाली स्थान व निर्माण के लिए स्थान सुनिश्चित करना इत्यादि
SecretVastu Solution –
उपयुक्त तीन चरणों में सभी पहलुओं के अध्ययन के पश्चात् आपको भवन में उपस्थित समस्याओं के लिए विभिन्न वैकल्पिक समाधान उपलब्ध कराये जायेंगे |
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Blocking The Bad Entrances
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Virtual Gate Opening Technique
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Elemental Strip Remedy
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Vastu Metal Strips Remedy
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Cutting off Space Technique
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Space Purifying Technique
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Mirror therapy
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Activity Relocation
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Objects Relocation
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Color therapy
3- SecretVastu की विश्वसनीयता के कारण –
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चरणबद्ध रूप से कार्य
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सुक्ष्म एवं विस्तृत भवन परीक्षण
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समस्या का सटीक, तार्किक एवं वैज्ञानिक समाधान
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परिणामोन्मुख उपाय (Result Oriented Solution)
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समस्याओं के समाधान के लिए विभिन्न विकल्प उपलब्ध कराना
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सटीक, स्पष्ट एवं व्यावहारिक समाधान युक्त मूल्यांकन (Evaluation) रिपोर्ट
4- SecretVastu का चुनाव करने से आपको मिलने वाले फायदे –
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आर्थिक सम्पन्नता के द्वार खुलना
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रुके हुए धन या सम्पति की प्राप्ति
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अनावश्यक खर्चों व धनहानि को रोकना
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स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं का निदान
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मानसिक तनाव से मुक्ति
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सामाजिक साख में वृद्धि
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सौहार्दपूर्ण पारिवारिक माहौल का निर्माण
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नए अवसरों का सृजन
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व्यापार व उद्योग में लाभ
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छात्रों के लिए अध्ययन में बेहतरीन परिणामों की प्राप्ति
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सुखी व आनंदमय जीवन
अतः भवन (घर या कार्यस्थल) निर्माण में उपस्थित किसी वास्तु दोष के निवारण के लिए या किसी भवन के नक़्शे के निर्माण के लिए आप SecretVastu की सहायता ले सकते है | अधिक जानकारी के लिए आप हमसे secretvastu.com पर दिए गए Contact Us लिंक के जरिये संपर्क कर सकते है या आप हमें [email protected] पर ईमेल कर सकते है | 48 घंटे के भीतर आपसे संपर्क कर लिया जाएगा |